अगर बुरा वक़्त चल रहा है तो ये कहानी जरूर पढ़ें ! – Motivational Story in Hindi
वक्त की बड़ी कमाल बात होती है वक्त गुजरता चला जाता है। अगर बुरा वक्त चल रहा है तो सब्र करो और अच्छा वक्त चल रहा है तो शुक्र करो ।
एक बार की बात है एक राजा के पास में बड़ा सुंदर विशाल महल था और उस विशाल महल में एक सुंदर सा बगीचा था । उस सुंदर से बगीचे में एक माली था और अंगूरों की बेल थी। माली जो था वो इस बात से परेशान था कि अंगूरों की बेल पर रोजाना एक चिड़िया आ कर आक्रमण कर देती थी और जिस तरीके से वह अटैक करती थी कि जो मीठे मीठे अंगूर थे उन्हें तो खा लेती थी और जो अधपके अंगूर थे उनको जमीन पर गिरा जाती थी।
माली इस बात से बड़ा परेशान चल रहा था कि इस अंगूरों की बेल को ये चिड़िया एक दिन तबाह कर देगी नष्ट कर देगी। उसने बहुत कोशिश की लेकिन वह उसको हल मिला नहीं तो वह राजा के पास पहुंचा , कहा कि मालिक हुकुम आप ही कुछ कीजिए । मुझसे कुछ हो नहीं रहा है। अंगूरों की बेल कभी भी खत्म हो सकती है। राजा ने कहा आप टेंशन मत लीजिए आप का काम मैं करूंगा। अगले दिन खालसा पहुंचे खुद अंगूरों की बेल के बीच जाकर झुक गए और जैसी चिड़ियां आई राजा ने फुर्ती दिखाते हुए चिड़िया को पकड़ लिया।
जैसे चिड़िया को पकड़ा चिड़िया ने राजा से कहा कि हे राजन मुझे माफ कर दो मुझे मत मारो मैं आपको चार ज्ञान की बातें बताऊंगा। राजा बहुत गुस्से में थे बोले पहली बात चिड़िया ने कहा कि अपने हाथ में आए शत्रु को कभी जाने न दें। राजा ने कहा दूसरी बात तथा चिड़िया नेकहा कि कभी भी असंभव बात पर यकीन ना करें। राजा ने कहा बौद्ध अगर रामा तीसरी बात बता चिड़िया ने कहा बीती बातों पर पश्चाताप न करें। राजा ने आप चौथी बात बता खेल खत्म करता हूं। बहुत देर से परेशान कर रहा चिड़िया ने कहा राजा साहब आपने जिस तरीके से मुझे पकड़ा वह मुझे सास निहारिका आपने थोड़ा छोड़ देंगे ढील देंगे तो शायद ना को चौथी बात बताओ। राजा ने हल्की सी ढील दी और चिड़िया उड़कर के डाल पर बैठी चिड़िया ने कहा राजा साहब मेरे पेट में दो हीरे हैं।
ये सुनकर राजा पश्चाताप पूर्ण लगे उदास हो गया और राजा की शक्ल देखकर के चिड़िया ने कहा कि राजा साहब आपको विचार ज्ञान की बातें बताई थीं पहली बात बताई थी अपने शत्रु को कभी हाथ में आने के बाद छोड़ें न। आपने हाथ में एवं शत्रु ज्ञानी मुझे छोड़ दिया। दूसरी बात बताई थी असंभव बात पर यकीन न करें आपने यकीन कर लिया कि मेरे छोटे से पेट में दो ही हैं।
तीसरी बात बतायी थी कि बीती कोई बात पर पश्चाताप न करें आप उदास हैं। अब पश्चाताप कर रहे हैं जबकि मेरे पेट में हीरे हैं ही नहीं। जो है ही नहीं उसको सोच कर आप पश्चाताप कर रहे हैं। उस चिड़िया ने चार बातें राजा को नहीं हम सब को बताई। हम सब भी जो बीत चुका उस पर कई बार पश्चाताप करते हमेशा पास्ट में रहते और फ्यूचर की सोचते नहीं। प्रजेंट मनाना शुरू कीजिए फ्यूचर के लिए प्लानिंग करना शुरू कीजिए अपने ड्रीम्स को फॉलो करना शुरू कीजिए। जिन्दगी में जो हो गया उस पर आपका कंट्रोल नहीं है लेकिन जो होगा उसको आप बदल सकते हैं।
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